हमीरपुर जिले में पुलिस ने एक हाई प्रोफाइल हनी ट्रैप गैंग का खुलासा करने का दावा किया है। इस गैंग ने पीडब्ल्यूडी के एक वरिष्ठ लिपिक का अश्लील वीडियो बनाकर 20 लाख रुपये की वसूली की थी। बताया जा रहा है कि गैंग के सदस्य लोगों को घर बुलाकर पहले उनका अश्लील वीडियो बनाते थे और बाद में वसूली करते थे। पुलिस ने गैंग के दो सदस्यों के पास से दो मोबाइल, 15 सिम कार्ड और 1.5 लाख रुपये नगद भी बरामद किए हैं। दो साल पहले भी इसी गैंग के सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था और आठ लाख रुपये से ज्यादा की बरामदगी की थी।
पुलिस के हत्थे चढ़े एक महिला और पुरुष हनी ट्रैप गैंग के मास्टर माइंड बताए जाते हैं। इन्होंने उन लोगों को शिकार बनाया जो आर्थिक रूप से मजबूत हैं या फिर समाज में अपनी प्रतिष्ठा के लिए जाने जाते हैं। इस गैंग में लड़कियों के साथ लड़के भी काम करते हैं जो रिटायर सरकारी कर्मचारियों को अपना निशाना बनाकर उनसे वसूली का काम करते थे। पुलिस ने बताया कि गैंग में शामिल लड़कियां पहले पैसे से मजबूत शख्स की तलाश करती हैं और फिर उनसे बात करने का प्रयास करती हैं। पुलिस का दावा है कि रूबरू होने के बाद उनके साथ शारीरिक संबंध बनाकर ब्लैकमेल करने का खेल। ये लड़कियां पहले इनसे पैसे की डिमांड लाखों में करती हैं। जब वो पैसे देने से मना कर देता है तो उसे गैंगरेप जैसे झूठे आरोपों में फंसा देती हैं।
इस गैंग ने अब तक कई दर्जन लोगों को अपना शिकार बना कर उन्हें झूठे केस में फंसाया। इस बार गैंग ने पीडब्लूडी के एक वरिष्ठ लिपिक को अपना निशाना बनाया था। महिला ने उसे पहले अपने घर आरडी खुलवाने के बहाने बुलाकर शारीरिक संबंध बनाए फिर उसका वीडियो भी बना लिया। फिर वीडियो के सहारे ब्लैकमेल कर उससे 20 लाख रुपए वसूल लिए।
पुलिस के अनुसार, मामला हमीरपुर जिले के सुमेरपुर थाना कस्बे का है, जहां हनी ट्रैप का खेल खेला जा रहा था। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सोमवती और संजय के तौर पर किया गया है। आरोप है कि यही लोग इसे संचालित कर रहे थे। ये पहले सरकारी रिटायर्ड कर्मियों से मेलजोल बढ़ाते थे, फिर उनसे गैंग की महिलाओं या लड़कियों से अवैध संबंध बनवाकर उनका वीडियो बनाते थे। इसके बाद ब्लैकमेल कर लाखों की काली कमाई की जाती थी। इससे पहले भी आरोपी महिला मौदहा कोतवाली कस्बे में रहने वाले ताहिर हुसैन नमक रिटायर रोडवेज कर्मी से 8 लाख रुपये वसूलते हुए गिरफ्तार हो चुकी है। जेल से बाहर आते ही फिर इन्होंने पीडब्लूडी के वरिष्ठ लिपिक को निशाना बनाकर पैसे ऐंठे। इससे परेशान होकर लिपिक ने आत्महत्या की कोशिश की थी, लेकिन परिजनों ने बचा लिया। इसके बाद एसपी से इसकी शिकायत की गई। क्राइम ब्रांच की टीम ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए इस हनी ट्रैप का गैंग बताया है। एसपी संतोष कुमार ने बताया कि इस गैंग के चंगुल में कई और सफेदपोश लोगों के फंसे होने की आशंका है, जिसकी जांच भी अब पुलिस कर रही है।