अकाली दल के विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा है कि जिस तरह पाकिस्तान में ननकाना साहिब गुरुद्वारापर आक्रोशित भीड़ ने हमला किया, वह खुले तौर पर दिखाता है कि वहां पर एक गुरुद्वारे को मस्जिद में बदलने की तैयारी है। सिरसा ने कहा, ये घटना एक चेतावनी है कि पाकिस्तान में सभी गुरुद्वारों को मस्जिद में बदल दिया जाएगा। इमरान खान इस सब पर खामोश हैं. लेकिन सिख ऐसी घटनाओं से डरने वाले नहीं हैं।
सिरसा ने कहा, इससे पता चलता है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के लिए कोई जगह नहीं है। हम मांग करते हैं कि पाकिस्तान ऐसे गुंडों और असामाजिक तत्वों पर सख्त कार्रवाई की जाए। सिरसा ने शुक्रवार के बाद शनिवार को भी एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें ननकाना साहिब गुरुद्वारे के बाहर सिख विरोधी नारे लगाए जा रहे हैं। उन्होंने लिखा, ये ननकाना साहिब के बाहर का दृश्य है। यहां पर भीड़ सिख विरोधी नारे लगा रहे हैं।
ये घटना ऐसे समय में सामने आई है जब नागरिकता कानून के मुद्दे पर पाकिस्तान भारत पर झूठे आरोप लगा रहा है। पाकिस्तान सरकार ने अपनी असेंबली में संकल्प पारित किया है, हालांकि इसे भारत ने खारिज कर दिया। भारत के विदेश मंत्री ने पाकिस्तान के इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया, उन्होंने कहा, ये भारत का अंदरूनी मामला है। पाकिस्तान की ये हरकत उसके अपने मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए है। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की क्या हालत है, ये किसी से छिपा नहीं है।
पाकिस्तान में सिखों के खिलाफ आए इस वीडियो के बाद बीजेपी ने कांग्रेस और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर नागरिकता कानून का विरोध करने पर तीखा हमला बोला है। केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने एक ट्वीट कर कहा, पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों का शोषण एक हकीकत है। ननकाना साहिब पर हुआ हमला उसके डरावने चेहरे को दिखाता है। इसके बाद मैं कांग्रेस और कैप्टन अमरिंदर सिंह से पूछना चाहती हूं कि वह कैसे अल्पसंख्यकों के लिए पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा लाए कानून की खिलाफत कर सकते हैं।