शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए नामित बच्चों से मुलाकात की। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान कहा कि आप सभी दूसरे बच्चों के लिए प्रेरणा हैं। मोदी ने कहा, “हमारे देश में बच्चे जो काम करते हैं, उनके अच्छे काम की तरंगे नीचे तक जाती हैं। सिर्फ नेशनल अवॉर्ड मिलना और फोटो छपना ही सब कुछ नहीं है। जिंदगी बहुत बड़ी है। हमारे पास दो रास्ते हैं- पहला, जिसमें हम पैर जमीन पर नहीं टिकने देते। दूसरा, अपने जीवन का एक लक्ष्य बनाते हैं। असल में जमीन में पैर रखना ही सब कुछ है। मैं चाहता हूं कि आप दूसरी तरह की आदतों को अपने अंदर न आने दें। लक्ष्य बनाएं कि मुझे बहुत कुछ करना है। अपने लिए कर्तव्यों पर बल दें, अधिकारों पर नहीं।”
मोदी ने बच्चों की बहादुरी की तारीफ करते हुए कहा, “साहस के बिना जीवन संभव नहीं है। मैं आपकी बहादुरी की कहानी सोशल मीडिया पर शेयर करुंगा, वह भी आपकी तस्वीर के साथ। आपकी कहानी ही मेरी प्रेरणा का कारण है। आप जैसे लोग अच्छे काम करोगे तो बहुतों को प्रेरणा मिलेगी।”
उन्होंने कहा, “मैं आप सभी युवा साथियों के ऐसे साहसिक काम के बारे में जब भी सुनता हूं, आपसे बातचीत करता हूं, तो मुझे भी प्रेरणा मिलती है और ऊर्जा मिलती है। थोड़ी देर पहले आप सभी का परिचय जब हो रहा था, तो मैं सच में हैरान था। इतनी कम आयु में जिस प्रकार आप सभी ने अलग-अलग क्षेत्रों में जो प्रयास किए और जो काम किया है, वो अदभुत है।”
राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार 2019 की घोषणा 21 जनवरी की शाम हुई थी। इसके लिए 12 राज्यों के 22 बच्चों का चयन किया गया। इनमें 12 लड़के और 10 लड़कियां शामिल हैं। एक बच्चे को मरणोपरांत यह पुरस्कार दिया जाएगा। केरल के 15 वर्षीय आदित्य कुमार को भारत अवॉर्ड दिया जाएगा। आदित्य ने बस में सफर के दौरान 40 लोगों की जान बचाई थी।
आईसीसीडब्ल्यू ने पांच विशेष पुरस्कार घोषित किए
इंडियन काउंसिल ऑफ चाइल्ड वेलफेयर ने इस साल पांच विशेष पुरस्कार देने की घोषणा की है। इनमें आईसीसीडब्ल्यू मार्कंडेय अवॉर्ड, आईसीसीडब्ल्यू ध्रुव अवॉर्ड, आईसीसीडब्ल्यू अभिमन्यु अवॉर्ड, आईसीसीडब्ल्यू प्रह्लाद अवॉर्ड और आईसीसीडब्ल्यू श्रवण अवॉर्ड शामिल हैं।
विशेष पुरस्कार पाने वाले बच्चों के नाम –
- आईसीसीडब्ल्यू मार्कंडेय अवॉर्ड, उत्तराखंड की राखी (10) को दिया जाएगा। उसने अपने 4 साल के भाई को तेंदुए से बचाया था। इस दौरान राखी को भी चोटें आई थीं।
- आईसीसीडब्ल्यू ध्रुव अवॉर्ड, ओडिशा की पूर्णिमा गिरि (16) और सबिता गिरि (15) को दिया जाएगा। बोट के मगरमच्छों से भरी नदी में गिरने पर दोनों ने 12 लोगों को डूबने से बचाया था।
- आईसीसीडब्ल्यू अभिमन्यु अवॉर्ड, मोहम्मद मुशीन को मरणोपरांत दिया जाएगा। उसने अपने तीन दोस्तों को उग्र समुद्र में बचाया था, हालांकि इस दौरान मुशीन की मौत हो गई थी।
- आईसीसीडब्ल्यू प्रह्लाद अवॉर्ड, एस. बदरा (10) को दिया जाएगा। उसने ट्रेन दुर्घटना में दायां पैर गंवाने वाली अपनी दोस्त की मदद की थी। उसके साहस के बूते उसकी दोस्त की जिंदगी बच पाई थी।
- आईसीसीडब्ल्यू श्रवण अवॉर्ड, जम्मू-कश्मीर के सरताज एम. मुगल को दिया जाएगा। उसने अपने माता-पिता और बहन की जान बचाई थी। हमले के दौरान इनका घर ढह गया था।