कुलपति की दो टूक.. मान जाओ, नहीं तो बंद कर देंगे एएमयू

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में नागरिकता संशोधन कानून, एनआरसी हटाने, जेएनयू - एएमयू हिंसा मामले के साथ कुलपति को हटाने की मांग को लेकर पिछले 52 दिनों से चल रहे धरना प्रदर्शन को लेकर बुधवार को कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने पत्र लिख छात्रों से आखिरी अपील की। उन्होंने कहा कि 30 जनवरी से अपनी परीक्षाएं दें और कक्षाओं में जाएं। अगर इसके बाद भी स्थिति में बदलाव नहीं आता है तो विश्वविद्यालय का सत्र शून्य करते हुए उसे बंद किया जा सकता है। 


 

गौरतलब हो कि एएमयू में बीती नौ दिसंबर से धरना-प्रदर्शन शुरू हुआ था, जो 29 जनवरी को भी जारी रहा। लगातार धरना प्रदर्शन से विवि इंतजामिया आजिज आ गया है। कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने कहा कि कुछ दिग्भ्रमित तत्वों द्वारा परीक्षाओं व कक्षाओं के चलने में अवरोध पैदा किया जाएगा तो विश्वविद्यालय को खुला रखने और 23 हजार छात्रों को विश्वविद्यालय में बेकार बैठाए रखने का कोई औचित्य नहीं होगा। छात्रों के अभिभावक भी यह नहीं चाहेंगे कि बिना किसी शैक्षणिक गतिविधि के उनके बच्चे विश्वविद्यालय परिसर में रहें। इससे कानून व्यवस्था की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है। उन्होंने कहा कि यह मेरा आपसे अंतिम आग्रह है कि विश्वविद्यालय परिसर में अमन-चैन का वातावरण बनाए रखें तथा 30 जनवरी 2020 से अपनी परीक्षाओं में भाग लें और अपनी कक्षाओं में जाएं। पहले ही 18 दिन बिना किसी शैक्षणिक गतिविधि के गंवा चुके हैं। छात्र स्वार्थी व अवसरवादी तत्वों द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों और भ्रांतियों का शिकार न हों। विश्वविद्यालय में अशांति, अराजकता और अवांछित गतिविधियों की अनुमति नहीं दी जा सकती है, जिससे एएमयू की गरिमा को ठेस पहुंचती हो। कुलपति ने कहा कि मैं यह पत्र भ्रांतियों, अफवाहों तथा भ्रामक खबरों के संदर्भ में स्थिति को साफ  करने के लिए लिख रहा हूं ताकि छात्रों के शैक्षणिक भविष्य को सुरक्षित बनाया जा सके।

बाहरी तत्वों ने छात्रों को धमकाया, कॉपियां छीनीं
अलीगढ़। एएमयू कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने कहा कि हमने पिछले सेमेस्टर की बची हुई परीक्षाओं को 27 जनवरी से फिर से कराने का निर्णय लिया। परंतु, कुछ दिग्भ्रमित लोग, जिनमें कुछ बाहरी तत्व भी शामिल हैं, इन परीक्षाओं को आयोजित नहीं होने दे रहे हैं। उन्होंने परीक्षा केन्द्रों, विभागों पर ताला डाल दिया है और छात्रों को परीक्षा में भाग लेने से रोक रहे हैं। ये तत्व अनेक छात्रों को धमकी भी दे रहे हैं। इनमें से कुछ ने 27 जनवरी को अजमल खां तिब्बिया कॉलेज जाकर परीक्षा दे रहे छात्रों से जबरदस्ती कॉपियां छीन लीं। बहुत से बीटेक प्रथम वर्ष के छात्रों, जिनमें से कुछ अपने अभिभावकों के साथ परीक्षा देने आए थे, उन्हें भी अराजक भीड़ ने परीक्षा में नहीं भाग लेने दिया। उन्होंने कहा कि कुछ तत्व स्कूली छात्रों, जिनमें 10-12 साल के बच्चे भी शामिल हैं, उनकी भावनाओं से खिलवाड़ कर रहे हैं। कुलपति ने कहा कि छात्रों को कानून के दायरे में रहते हुए किसी भी विषय पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन की पूर्ण स्वतंत्रता है।

सभी मामले हमारा आंतरिक सुरक्षा तंत्र निपटाएगा : वीसी
अलीगढ़। कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने कहा कि मैंने अपने पिछले दो पत्रों द्वारा सभी छात्रों को सुरक्षा का विश्वास दिलाया है और एक बार फिर आपको विश्वास दिलाता हूं कि हम छात्रों से संबंधित मामलों की जांच या सुरक्षा के संबंध में स्वयं अपने प्रॉक्टोरियल स्टाफ  तथा प्रो. प्रॉक्टर्स के सुरक्षा तंत्र पर निर्भर रहेंगे। अनुशासनहीनता पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। किसी भी बाहरी एजेंसी की इसमें कोई भूमिका नहीं होगी। उन्होंने कहा कि मई 2018 तथा फरवरी 2019 में भी कुछ घटनाएं घटित हुई थीं।