बाइक तो खोज नहीं सकी पुलिस, साढ़े ३ साल बाद भेज दिया चालान

बाइक चोरी होने के बाद पुलिस उसे तलाश तो नहीं सकी, लेकिन साढ़े तीन साल बाद उसका चालान जरूर भेज दिया। बाइक चोरी की घटना महीने-दो महीने की नहीं, बल्कि 2016 में हुई। साढ़े तीन साल से चोरी की बाइक जिले में दौड़ रही है, लेकिन वह पुलिस की नजर में नहीं आ सकी। मोबाइल पर चालान का मैसेज आने के बाद पीड़ित केहोश उड़ गए। एफआईआर-एफआर हाथ में लेकर पीड़ित पुलिस केचक्कर काट रहा है।
छपरौला निवासी यदुवीर सिंह का कहना है कि वह लालकुआं स्थित एक निजी कंपनी में कार्यरत हैं। 9 जुलाई 2016 को कविनगर थानाक्षेत्र के शनि बाजार से उनकी स्पलेंडर बाइक चोरी हो गई थी। घटना वाले दिन ही उन्होंने पुलिस में शिकायत दी, लेकिन पुलिस ने तीसरे दिन रिपोर्ट दर्ज की। पुलिस ने दस्तावेजों में बाइक खूब तलाशी, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। आखिरकार पुलिस ने मामले में फाइनल रिपोर्ट लगा दी। यदुवीर सिंह का कहना है कि गत 9 जनवरी को उनकेमोबाइल पर मैसेज आया। देखने पर उनके होश उड़ गए, क्योंकि वह मैसेज उनकी चोरी हुई बाइक के चालान का था।
हिंडन विहार इलाके में कटा चालान
यदुवीर सिंह का कहना है कि उनका चालान हिंडन विहार इलाके में हुआ है। चालान में बिना हेलमेट बाइक चलाने का अपराध दर्शाते हुए 500 रुपये शमन शुल्क जमा कराने के लिए कहा गया है। पीड़ित का कहना है कि वह असमंजस में हैं कि करें तो क्या करें। उनका आरोप है कि पुलिस अगर शिद्दत से बाइक तलाश करती तो वह मिल जाती और चोर भी पकड़े जाते। साढ़े तीन साल से उनकी बाइक जिले की सड़कों पर दौड़ रही है।
इनसेट ...
दो तरीके से रद हो सकता है गलत चालान
ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें गाड़ी घर खड़ी है और उसका चालान कहीं अन्य स्थान पर हो गया। ऐसे में दो हालातों में चालान रद हो सकता है। टीआई परमहंस तिवारी ने बताया कि उदाहरण के तौर पर आपकी गाड़ी आल्टो है और वह घर पर खड़ी है। लेकिन आपकी गाड़ी के नंबर का चालान कहीं अन्य स्थान पर हो गया है तो ऐसी स्थिति में आपको संबंधित थाने में (जहां चालान हुआ है) वहां एफआईआर दर्ज करानी होगी। क्योंकि आपकी गाड़ी के नंबर का आपराधिक इस्तेमाल हो रहा है। एफआईआर की कॉपी ट्रैफिक पुलिस को देने पर चालान रद हो जाएगा। वहीं, अगर आपकी गाड़ी आल्टो है और आपकी गाड़ी का नंबर किसी अन्य कंपनी या मॉडल की गाड़ी पर लगाया गया है, ऐसे में बिना एफआईआर के चालान रद हो जाएगा।