2982 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों का हुआ अन्नप्राशन
बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के तहत सोमवार को जनपद के समस्त आंगनवाड़ी केन्द्रों पर अन्नाप्राशन दिवस मनाया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी साहब यादव  द्वारा  जीवनी मंडी आगरा  आंगनवाड़ी केन्द्र पर 6 माह पूर्ण  कर चुके, दो बच्चों को खीर खिलाकर कार्यक्रम की शुभारंभ किया। अन्नप्राशन दिवस पर 6 माह पूर्ण कर चुके के अलफिया  और सुहानी की माताओं का। केंद्र पर स्वागत किया गया।

जिला कार्यक्रम अधिकारी, साहब यादव ने उपस्थित माताओं को बताया पोषाहार के वितरण के बारे में जानकारी देते हुए केंद्र पर वितरित किये जाने वाले पोषाहार के लाभ के बारे में बताया। उन्होंने कहा की पोषाहार का सेवन करने से गर्भवती महिलाओं में खून की कमी नहीं होती। माँ के शरीर के साथ- साथ उसके गर्भ में पल रहे बच्चे का भी विकास होता है। इससे माँ और बच्चा कुपोषित होने से बचा रहता है। इसमे आयरन, प्रोटीन, सोयाबीन आदि का मिश्रण होता है।ये गर्भवती महिला और किशोरियों को इसलिए  दिया जाता है ताकि महिला कुपोषण का शिकार न होने पाए। साथ ही यह भी बताया हैं कि  बच्चे के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है, की उसे समय रहते हुए उसकी उम्र के अनुसार सही खुराक और सही आहार दिया जाए तभी बच्चो में कुपोषण की दर को कम किया जा सकता है।

आरती गुप्ता ,मुख्य सेविका आगरा शहर ने बताया कि अन्नप्राशन दिवस पर महिलाओ को बच्चे के स्वास्थ्य और पोषण के प्रति जागरूक किया जाता है। उन्हें बताया जाता है कि जन्म से 6 माह तक के बच्चे को केवल माँ का दूध ही दिया जाना चाहिए जिससे बच्चा  स्वस्थ और तंदुरुस्त रहेगा। स्तनपान करने से बच्चे की  रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती है साथ ही बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास भी होता है।  6 माह तक बच्चे को कोई भी ऊपरी आहार नही देना है जैसे--पानी और शहद आदि। 6 माह का होने के बाद बच्चे को माँ के दूध के साथ ऊपरी आहार भी देना आवशयक है जैसे, मसला हुआ  केला दाल , दलिया,सब्जी,पोषाहार,आलू या उबला हुआ अंडा आदि और लगातार ऊपरी आहार के साथ-साथ 2 साल तक बच्चे को स्तनपान कराना ज़रूरी है।

अलका मिश्रा,मुख्य सेविका आगरा शहर ने उपस्थित माताओं को अवगत कराया कि आंगनवाड़ी केन्द्रों पर बहुत सी ऐसी जानकारी मिलती है, जिससे हम अपनी दिनचर्या में आराम से कर सकते हैं जैसे हरी सब्जियों द्वारा बने खाने का सेवन करना साथ ही साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना मैंने अपने बच्चे को 6 माह तक अपना ही दूध पिलाया जिससे मेरी बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है।

अलफिया की माँ खुशबू  ने बताया मैं जब भी आंगनबाड़ी केन्द्र पर आती हूँ तो मुझे बहुत सी ऐसी जानकारी मिलती है जिससे हम अपनी दिनचर्या में आराम से कर सकते हैं जैसे हरी सब्जियों द्वारा बने खाने का सेवन करना साथ ही साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना मैंने अपने बच्चे को 6 माह तक अपना ही दूध पिलाया जिससे मेरी बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है।

सुहानी की मां गुड़िया ने बताया मैं गर्भावस्था के दौरान से ही आंगनवाड़ी केंद्र पर होने वाले समस्त कार्यक्रम में उपस्थित होती हूं, जिससे मुझे गर्भावस्था में कैसे ध्यान रखना है जैसे खानपान आराम से संबंधित जानकारी मुझे आंगनवाड़ी केंद्र पर ही प्राप्त हुई। ये जानकारी मुझे आशा और आंगनवाड़ी द्वारा ही प्राप्त हुई हैं,  जिससे मैंने अपनी दिनचर्या में अपनाया मैं और मेरा बच्चा दोनों ही स्वस्थ हैं।

हेमा यादव, आंगनबाड़ी  ने उपस्थित लाभार्थियों का धन्यवाद किया।