इंदिरापुरम में एक प्लेसमेंट कंपनी ने दिल्ली मेट्रो में टोकन काउंटर पर नौकरी दिलाने के नाम पर 60 से अधिक बेरोजगार युवकों से ठगी का मामला सामने आया है। बुधवार सुबह कंपनी बंद होने पर आवेदकों को ठगी का पता चला। कंपनी द्वारा आवेदकों से 60 हजार से लेकर एक लाख रुपये तक ऐंठे गए। रुपये गंवाने के बाद पीड़ितों ने इंदिरापुरम थाने में शिकायत दी है। आरोपियों ने बेरोजगारों को फर्जी तरीके से ट्रेनिंग भी करा दी।
हाल ही में एक कंपनी द्वारा दिल्ली मेट्रो में नौकरी दिलाने का मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल किया गया था। भरतपुर, राजस्थान के रहने वाले दीपक कुमार ने बताया कि उन्हें एक दोस्त ने नौकरी के बारे में बताया। उन्होंने कंपनी का नंबर निकालकर उसकेकर्मचारियों से बात की। कंपनी ने बताया कि शक्ति खंड-4, इंदिरापुरम में ओमैक्स प्लाजा स्थित जेएमडी मैनपावर ग्रुप के द्वारा इंटरव्यू लिए जा रहे हैं। आवेदक इंटरव्यू के लिए 3 अगस्त को कंपनी के दफ्तर पहुंचे। यहां रजिस्ट्रेशन कराकर आवेदकों को नौ अगस्त को दोबारा आने के लिए कहा गया।
चलता रहा सिलसिलेवार ठगी का सिलसिला
रजिस्ट्रेशन के बाद उन्हें बताया गया कि 40 हजार रुपये जमा करने हैं। इसके लिए उन्हें 25 हजार रुपये और 1050 रुपये के रजिस्ट्रेशन लेटर भी दिए गए। पीड़ित के मुताबित इसके बाद कंपनी ने कई बार में 40 हजार रुपये और फिर पेटीएम के जरिए भी रकम मंगाई। किसी से 60 हजार तो किसी से एक लाख रुपये तक लिए।
बैंक अकाउंट पासबुक दी, ट्रेनिंग भी कराई
पीड़ित के मुताबिक फर्जीवाड़े पर शख न जाए, इसके लिए 14 अगस्त को आवेदकों को बैंक अकाउंट पासबुक दी गई। कंपनी ने कई पीड़ितों को 19 से 26 अगस्त के बीच दिल्ली के एक स्कूल में ट्रेनिंग भी दी। पीड़ितों ने बताया गया कि चार सितंबर को उन्हें ज्वाइनिंग के लिए कंपनी दफ्तर पर आईडी और ड्रेस लेने के लिए बुलाया गया था।
दफ्तर बंद मिलने पर खुला फर्जीवाड़ा
पीड़ितों का कहना है कि बुधवार को कंपनी दफ्तर पहुंचने पर दफ्तर बंद मिला। फोन करने पर मोबाइल भी स्विच ऑफ मिले। इसकेबाद उन्हें ठगी का पता चला। पीड़ितों ने इंदिरापुरम थाने में शिकायत दर्ज कराई। एसएचओ दीपक शर्मा ने बताया कि मामले की शिकायत मिली है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
22 हजार वेतन व अन्य सुविधाओं का दिया लालच
फर्जी कंपनी के सीईओ अमित कुमार ने आवेदकों को चार साल के लिए मेट्रो कर्मचारी रहने का लालच दिया था। इस दौरान उन्हें 22 हजार रुपये प्रतिमाह तनख्वाह तथा कंपनी की तरफ से पीएफ, स्वास्थ्य बीमा आदि सेवाओं का लालच भी दिया था।
मेट्रो में नौकरी के नाम पर 60 को ठगा